शनिवार, 3 मई 2025

पर्वत (mountain in hindi)

 पर्वत (mountain in hindi)


पर्वत पृथ्वी की सतह पर स्थित ऊंचे और प्राकृतिक भू- आकृतिक संरचनाओं होती है, जो भूगर्भीय प्रक्रियाओं, जैसे टेक्टोनिक प्लेटों के संकुचन, ज्वालामुखी गतिविधियों या भ्रंशन के कारण बनती है। यह न केवल भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि जलवायु, जैव विविधता और मानवीय जीवन पर भी गहरा प्रभाव डालते हैं। हिमालय, आल्प्स एंडीज और रॉकी जैसे पर्वत विश्व प्रसिद्ध है। पर्वतों का अध्ययन भूगोल, पर्यावरण और यूपीएससी जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस लेख में आप जानेंगे पर्वतों के प्रकार, प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएं और उनकी विशेषताएं

पर्वत

पर्वत वह प्राकृतिक स्थलाकृति है जो आसपास की भूमि की तुलना में अधिक ऊंचाई पर होती है और इसकी चोटी तीव्र होती है। पर्वत आमतौर पर 600 मीटर से अधिक ऊंचे होते हैं।

 

पर्वत कैसे बनते हैं?

 
जब धरती की सतह की प्लेटें टकराती है या अंदर से लावा निकलता है, तो कई बार जमीन ऊपर उठकर पर्वत बन जाती है।


पर्वत के प्रकार


 1. वलित पर्वत (Fold Mountains)

पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने से बनते हैं ये दुनिया के सबसे ऊंचे और युवा पर्वत होते हैं।

जब धरती की परतें आपस में टकराकर मुड़ जाती है तो वलित पर्वत बनते हैं। 

उदाहरण: हिमालय (एशिया)
 आल्प्स (यूरोप)
 एंडीज (दक्षिण अमेरिका)
रॉकी (उत्तरी अमेरिका)

  2. खंडित पर्वत(Block Mountains)

भ्रंशन (faulting) के कारण भूमि से कुछ भाग ऊपर उठ जाते हैं
 जब धरती की परत टूट कर ऊपर उठती है, तो ये बनते हैं।

 उदाहरण: सतपुड़ा, विंध्याचल,राइन पर्वत (जर्मनी)

 3. ज्वालामुखी पर्वत (Volcanic Mountains)


जब धरती के अंदर से गर्म लावा बाहर निकलता है और जमता है तब ज्वालामुखी पर्वत बनते हैं।
 
उदाहरण माउंट फुजी( जापान)
माउंट किलिमंजारो (अफ्रीका)

4.अवशिष्ट पर्वत(Residual Mountains)


पुराने पर्वत जो अपरदन से घिस चुके हैं।
 उदाहरण अरावली (भारत)
 नीलगिरी

 

1. माउंट एवरेस्ट- विश्व की सबसे ऊंची चोटी

 माउंट एवरेस्ट एशिया में स्थित है और इसे सागरमाथा (नेपाल में )तथा चोमोलुंगमा ( तिब्बत में) के नाम से जाना जाता है। इसकी ऊंचाई 8848 मीटर है और यह हिमालय पर्वत श्रृंखला का हिस्सा है। यह नेपाल और चीन (तिब्बत) सीमा पर स्थित है। 1953 में सर एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नोर्गे इस पर सफलतापूर्वक चढ़ने वाले पहले व्यक्ति बने। हर साल हजारों पर्वतारोही यहां चढ़ाई का प्रयास करते हैं, लेकिन इसकी ऊंचाई, पतली हवा और मौसम की तीव्रता इसे अत्यंत चुनौतीपूर्ण बनाते हैं।


2. k2 (गॉडविन ऑस्टिन)- सबसे खतरनाक पर्वत


 k2, जिसे माउंट गॉडविन ऑस्टिन भी कहा जाता है, दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची चोटी है जिसकी ऊंचाई 8611 मीटर है। यह काराकोरम पर्वत श्रृंखला का हिस्सा है और पाकिस्तान तथा चीन के बीच स्थित है। इसै पर्वतारोहियों के बीच Savage Mountain कहा जाता है क्योंकि इस पर चढ़ाई की सफलता दर बहुत कम और मृत्यु दर बहुत अधिक है। इसका मार्ग तकनीकी रूप से बहुत कठिन है और मौसम बेहद अप्रत्याशित होता है।

3. कंचनजंगा -भारत की सबसे ऊंची चोटी


 कंचनजंगा भारत और नेपाल की सीमा पर स्थित है और इसकी ऊंचाई 8586 मीटर है। यह हिमालय का हिस्सा है और भारत की सबसे ऊंची तथा विश्व की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है। यह सिक्किम राज्य में स्थित है और स्थानीय लोगों के लिए यह पर्वत धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र माना जाता है। इसलिए कई पर्वतारोही इसकी चोटी पर न जाकर कुछ दूरी पहले ही रुक जाते हैं।

4. माउंट किलिमंजारो -अफ्रीका का शीर्ष 


माउंट किलिमंजारो अफ्रीका महाद्वीप के सबसे ऊंची चोटी है और यह तंजानिया देश में स्थित है। इसकी ऊंचाई 5895 मीटर है। यह एक निष्क्रिय ज्वालामुखी है जो तीन ज्वालामुखीय शंकुओं से बना है- किबो, मावेन्जी और शिरा। यहां की सबसे ऊंची बिंदु Uhuru Peak है। यह पर्वत ट्रैकिंग के लिए लोकप्रिय है क्योंकि इसकी चढ़ाई तकनीक रूप से आसान मानी जाती है।


5. माउंट एलब्रस -यूरोप की छिपी चोटी 


माउंट एवरेस्ट रूस में स्थित है और यह यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी मानी जाती है। इसकी ऊंचाई 5642 मीटर है यह कोकेशस पर्वत श्रृंखला में आता है और यूरोप तथा एशिया की भौगोलिक सीमाओं की चर्चा में यह अक्सर आता है। माउंट एवरेस्ट एक निष्क्रिय ज्वालामुखी है और पर्वतारोहण के लिए लोकप्रिय स्थल है।

6. डेनाली (पूर्व नाम माउंट मैकिन्ले) -उत्तर अमेरिका का सिरमौर 


डेनाली अमेरिका के अलास्का राज्य में स्थित है और यह उत्तर अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी है। इसकी ऊंचाई 6190 मीटर है। यह अलास्का रेंज का हिस्सा है। पहले इसका नाम माउंट मैकिन्ले था लेकिन 2015 में इसका पारंपरिक एथाबास्कन नाम डेनाली(अर्थात The High One) बहाल किया गया। यह पर्वत बहुत ठंडा और बर्फ से ढका रहता है।


पर्वतों का महत्व 


1. नदियों का जन्म पर्वतों से होता है।
 2. यह बारिश और जलवायु को प्रभावित करते हैं।
 3. यहां पेड़- पौधे, जानवर और जड़ी बूटी मिलती है।
 4. पर्वत पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होते हैं।


निष्कर्ष

पर्वत न केवल पृथ्वी की भौगोलिक संरचना का एक महत्वपूर्ण विशेषता है, बल्कि जलवायु संतुलन, जल स्रोतों की उत्पत्ति, जैव विविधता के संरक्षण और मानवीय सभ्यताओं के विकास में भी इनकी अहम भूमिका है। हिमालय से लेकर एंडीज और आल्प्स से लेकर अरावली तक हर पर्वत श्रृंखला का अपना ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्व है। प्रतियोगी परीक्षाओं, विशेष कर यूपीएससी और राज्य स्तरीय परीक्षा में पर्वतों से संबंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं, इसलिए इनका गहन अध्ययन आवश्यक है। यदि आप पर्वतों के प्रकार, प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएं और उनसे जुड़े रोचक तथ्यों को समझते हैं, तो यह न केवल आपके ज्ञान को समृद्ध करेगा बल्कि परीक्षा में सफलता के द्वार भी खोलेगा।


👉 अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।

👉 कमेंट करके बताएं कि आपको यह पोस्ट कैसी लगी?

👉 हमारे अगले पोस्ट को मिस ना करें। इसके लिए Follow करना ना भूले ताकि आपको नए अपडेट्स मिलते रहे।

👉 आगे और भी रोचक सामग्री के लिए जुड़े रहे।

आंतरिक लिंक (Internal Links)


बाहरी लिंक ( External Links)


https://hi.m.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%A4#:~:text=%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%A4%20%E0%A4%AF%E0%A4%BE%20%E0%A4%AA%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A1%E0%A4%BC%20%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%A5%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%80%20%E0%A4%95%E0%A5%80,%E0%A5%AB%20%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0%20%E0%A4%95%E0%A5%87%20%E0%A4%B9%E0%A5%8B%E0%A4%A4%E0%A5%87%20%E0%A4%B9%E0%A5%88%E0%A4%82%E0%A5%A4&text=%E0%A4%AA%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A5%8B%E0%A4%82%20%E0%A4%AA%E0%A4%B0%20%E0%A4%8A%E0%A4%82%E0%A4%9A%E0%A4%BE%E0%A4%88%20%E0%A4%95%E0%A5%87%20%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A3,%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82%20%E0%A4%AE%E0%A5%8C%E0%A4%B8%E0%A4%AE%20%E0%A4%A0%E0%A4%82%E0%A4%A1%E0%A4%BE%20%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A4%A4%E0%A4%BE%20%E0%A4%B9%E0%A5%88%E0%A5%A4

सोशल मीडिया लिंक(Social Media Links)

Facebook

https://www.facebook.com/aoneiasipsacademy


Instagram 


लेखक परिचय

मैं, अनिल कुमार (अनिल चौधरी) जिसे A .K. Batanwal  के नाम से भी जाना जाता है। A-ONE IAS IPS ACADEMY, सरस्वती नगर (मुस्तफाबाद), जिला यमुनानगर, हरियाणा, पिन कोड 133103 का संस्थापक और प्रबंध निदेशक हूं, साथ ही, मैं इस वेबसाइट

 https://aoneeasyway.blogspot.com/

व  

https://aoneiasipsacademy.blogspot.com

का स्वामी भी हूं। इस ब्लॉग के माध्यम से आप IAS,HCS, NDA, CDS, NEET, BANK,SSC, HSSC, RAILWAY, ARMY, POLICE, HTET, CTET, UGC NET, IELTS, PTE, ENGLISH SPEAKING व सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। मैं एक उच्च शिक्षित शिक्षक हूं, और मुझे 26 वर्षों का शिक्षक अनुभव है। मुझे किताबें, पत्रिकाएं, और समाचार पत्र पढ़ने का शौक है। इस ब्लॉग पर आपको 2 या 3 दिन में कुछ नया पढ़ने को मिलेगा, जिससे आपका ज्ञान बढ़ेगा। इस ब्लॉग के माध्यम से, मैं परीक्षा उपयोगी अध्ययन सामग्री, परीक्षा केंद्रित रणनीतियां, व उत्तर लेखन के उपयोगी टिप्स सांझा करता रहूंगा।


सरकारी परीक्षाओं में सफलता के लिए सही दृष्टिकोण आवश्यक है। ये परीक्षाएं केवल लंबे समय तक पढ़ाई करने से नहीं बल्कि स्मार्ट तैयारी से पास होती है, और मैं इसे आपके लिए आसान बनाने आया हूं।


A-ONE IAS IPS ACADEMY,

Opposite Block Education Office, 

Near Government College, 

Saraswati Nagar (Mustafabad)

District Yamunanagar, 

Haryana, Pin Code 133103, India 


सामान्य अस्वीकरण( General Disclaimer)


"यह लेख शैक्षणिक उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इस प्रयुक्त जानकारी, चित्र, आंकड़े, और संदर्भ विश्वसनीय स्रोतों से लिए गए हैं। सभी संबंधित अधिकार उनके मूल स्वामियों के पास सुरक्षित हैं।"

"इस पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान के उद्देश्य से है। हम इस जानकारी की पूर्णता, सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं देते।

अधिकार और कॉपीराइट अस्वीकरण

"इस वेबसाइट पर प्रकाशित सभी सामग्री पर कॉपीराइट लागू है बिना अनुमति के इसका उपयोग या पुनः प्रकाशन सख्त मना है।"


सोशल मीडिया लिंक (Social Media Links)


Facebook

Instagram





कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

लाभ और हानि